गोबर गैस के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में | Gobar Gas Information In Hindi
हमारे देश में पशुओ की संख्या काफी अधिक हे और गोबर जो हमें पशुओके द्वारा अवशिष्ट पदार्थो में से प्राप्त होता हे. इस गोबर से लोग उपले बनाते हे और उसको इंधन के रूप में इस्तेमाल करते हे जिसकी वजह से बहोत ज्यादा धुआ निकलता हे और इससे वायु का प्रदुषण भी बहोत ज्यादा होता हे और कुछ लोग गोबर का इस्तेमाल खाद बनाने के लिए भी करते हे.जिसको बनाने के लिए उनको गोबर को गड्ढे में डालना पड़ता हे और उससे उसमे से मिलने वाले पोषक तत्व ज्यादातर मात्रा में नष्ट हो जाते हे, जिसकी वजह से अछि खाद भी नहीं मिलती.
अगर हम यहाँ टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हे तो हमें बिना प्रदुषण वाला इंधन और एक उच्च कोटि का खाद मिल शकता हे, तो चलिये हम Gobar Gas Information In Hindi के बारे में कुछ चर्चा करते हे, यह लेख में आज हम गोबर गैस क्या हे, गोबर गैस प्लांट क्या हे, गोबर गैस का नामांकित चित्र, गोबर गैस प्लांट कैसे बनता हे, गोबर गैस बनाने की विधि, गोबर गैस के लाभ आदि विषय पर चर्चा करेंगे.
गोबर गैस क्या हे? ( Gobar Gas In Hindi )
गोबर, फसल के कटने के बाद बचा हुआ अपशिष्ट तथा सब्जिओ का अपशिष्ट और वाहित मल जब ऑक्सीजन की अनुपश्थिति में अपघटित होता हे, तो उसमे से एक गैस निकलती हे जिसे हम बायोगैस या फिर गोबर गैस के नाम से जानते हे क्योकि यह गैस को बनाने के लिए ज्यादातर गोबर का ही इस्तेमाल होता से इसी वजह से इस गैस को गोबर गैस कहा जाता हे.अगर सरल भाषा में इसे समजे तो गोबर, फसल के अवशिष्ट ख़राब बचा हुआ भाग, सब्जियो या फिर फलो के छिलके जेसे सब चीजो को मिलाया जाता हे और उसको मिक्सचर करते हे, और उसमे से जो गैस निकलती हे उसे गोबर गैस कहा जाता हे.
गोबर गैस प्लांट क्या हे?
गोबर गैस या फिर जैव गैस को बनाने के लिए एक सैयंत्र का इस्तेमाल किया जाता हे, जिसको हम गोबर गैस प्लांट या फिर बायोगैस सैयंत्र के नाम से जानते हे.गोबर गैस का नामांकित चित्र
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गोबर गैस प्लांट कैसे बनता हे?
जेसे की ऊपर दिए गए चित्र में आप देख सकते हे की यह सैयंत्र यानि गोबर गैस प्लांट ईंटो से बनाया जाता हे और इसकी संरचना गुम्बंद जैसी लगती हे, चलिए इसके भागो को एक एक करके समजने की कोशिश करते हे,1. मिश्रण टंकी(कर्दम ) :- मिश्रण टंकी में गोबर और पानी का एक गाढा घोल बनाया जाता हे, जिसे कर्दम या फिर इंग्लिश में इसे SLURRY कहते हे.
2. संपाचित ( Digester ) :- संपाचित चारो और से बंध होता हे, जिसमे ऑक्सीजन बिलकुल भी नहीं होता हे, और इसके अन्दर मोजूद अवायवीय सूक्ष्मजीव गोबर के कर्दम को अपघटन करने का कम करता हे.
3. गैस टंकी ( Gas Tank ) :- गोबर गैस को संपाचित में से उसके ऊपर बनी हुई टंकी में इकठा किया जाता हे जिसको हम गैस टंकी के नाम से जानते हे.
4. गैस पाइप ( गैस निर्गम ) :- गोबर गैस को गैस टंकी में से उपयोग में लेने के लिए गैस पाइप के द्वारा बहार निकला जाता हे.
5. निर्गम टंकी :- गोबर गैस प्लांट में बचे हुआ मिश्रण को निर्गम टंकी के द्वारा समय समय पर बहार निकला जाता हे.
गोबर गैस बनाने की विधि
यह मिश्रण को पानी में मिलाकर एक गाढ़ा घोल बनाना हे और उसको मिश्रण टंकी में डाल देना हे, यह घोल ऊपर दिए गए चित्र में मोजूद रस्ते से निचे संपाचित कक्ष में एकत्रित होता हे, यह संपाचित में ऑक्सीजन नहीं होता हे और इसमें अवायवीय सूक्ष्मजीव पाए जाते हे, यह सूक्ष्मजीवो को ऑक्सीजन की जरुरत नहीं होती हे.
यह सूक्ष्मजीव गोबर की स्लरी यानि गाढे मिश्रण के जटिल योगिको का अपघटन करता हे. जब यह स्लरी पूरी तरह से अपघटित हो जाती हे तब इसमें से मीथेन, कार्बन डाइऑक्साइड और हाइड्रोजन सल्फाइड जेसी गैस उत्पन्न होती हे, जिसे हम गोबर गैस भी कहते हे.
गोबर गैस के लाभ
- गोबर गैस के जलने के बाद राख जेसा कचरा नहीं बनता हे.- यह गैस में तापम क्षमता ज्यादा उच्च होती हे.
- गोबर गैस का उपयोग प्रकाश के स्त्रोत के रूप में भी किया जाता हे.
- गोबर गैस का उपयोग सिंचाई पम्प में इंधन के रूप में भी किया जाता हे.
- गोबर गैस का उपयोग विध्युत यानि बिजली उत्पन्न करने के लिए भी किया जाता हे.
- गोबर गैस को बनाने के बाद उसमे बची हुई स्लरी में नाइट्रोजन और फोस्फरस बहोत अधिक मात्रा में पाया जाता हे, जिसका इस्तेमाल आप एक उतम खाद के रूप में भी कर सकते हो.
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